चुनाव रिजल्ट के दिन घबराते हैं PM मोदी? इंटरव्यू में सवाल होने पर क्या बोले, उस दिन के बारे में सब कुछ बताया, यहां पर जानिए
PM Modi Tells About Nervousness on Election Result
PM Modi on Election Result: लोकसभा चुनाव-2024 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ताबड़तोड़ जनसभाएं कीं। साथ ही कई रोड शो किए। यानि चुनाव में जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी और कोई कसर नहीं छोड़ी। वहीं आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। शाम को प्रचार पूरी तरह से थम जाएगा। 1 जून को चुनाव के अंतिम चरण में वोटिंग की जानी है। जबकि 4 जून को चुनाव का रिजल्ट आएगा। इस दिन ज़्यादातर नेताओं में अपनी हार-जीत को लेकर धुकधुकी बढ़ी होगी। लेकिन क्या पीएम मोदी भी चुनाव रिजल्ट वाले दिन घबराते (PM Modi Nervousness) हैं, उन्हें भी रिजल्ट को लेकर डर सा लगता है क्या? आइए जानते हैं।
दरअसल, पीएम मोदी ने मीडिया इंटरव्यू के दौरान इस संबंध में पूछे गए सवाल पर जवाब दिया है। जब पीएम मोदी से पत्रकार ने पूछा- आपने इतने चुनाव लड़े, और अब 4 जून को लोकसभा चुनाव-2024 के रिजल्ट का दिन नजदीक ही है, हम लोग जब स्कूल में पढ़ते थे और जब हमारा रिजल्ट आता था तो बड़ी नर्वसनेस होती थी और अभी भी नौकरी में रहकर जब कुछ होना होता है तो धुकधुकी सी होती है। आप तो खुद ही बताते हैं कि, कैसे नर्वस नहीं होना है, लेकिन ये जानना है कि चुनाव रिजल्ट वाले दिन आपकी क्या शैली रहती है?
इस पर पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि वैसे तो मैं नहीं बताता हूं लेकिन लोगों का इंटरेस्ट होगा इसलिए मैं बता देता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि, पता नहीं क्यों, मैं उस दिन एक्सट्रा कॉन्शियस (अतिरिक्त सचेत) रहता हूं, उन चीजों (चुनाव के रुझानों और बीच के नतीजों को देखने से) से दूर रहने के लिए, उस दिन मैं रोज की अपेक्षा अपने ध्यान का समय ज्यादा बढ़ा देता हूं, उस दिन मेरे कमरे में किसी को एंट्री नहीं होती है, उस दिन चुनाव के संबंध में आए हुए फोन को मुझे देने की इजाजत नहीं होती है, और किसी काम के लिए अलग बात है।
पीएम ने कहा कि एग्जिट पोल से भी मैं अपने आप को दूर रखता हूं, जिस दिन रिजल्ट आता है और नतीजे करीब-करीब क्लियर भी हो जायें तो भी मैं अपने आप को उलझाता नहीं हूं। इसलिए मैं उस दिन विरक्त भाव से अपने अंदर खोकर अपना समय बिताता हूं। जब पत्रकार ने सवाल किया कि, आप नतीजों का इंतजार करते हैं, रुझानों पर ध्यान नहीं देते। इस पर पीएम ने कहा कि, न तो मैं रुझानों पर ध्यान देता हूं और न ही नतीजों पर। मैं एक मिशन के लिए मरने वाला इंसान हूं, इस बार के लोकसभा चुनाव को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि, 30 मई शाम तक मेरा काम है, मैं करता रहूँगा, इसके बाद कुछ नहीं, मुझे जो करना था मैंने कर लिया। अब जो होना था हो गया।
गुजरात की घटना का जिक्र किया
इस दौरान पीएम मोदी ने गुजरात की 2002 की एक घटना भी बताई। पीएम मोदी ने कहा कि, मैं 2001 में गुजरात का मुख्यमंत्री बना और इसके बाद 2002 में चुनाव हुआ। इस दौरान कई तरह की मुसीबतें मेरे लिए खड़ी हुईं थीं। लोग कहते थे कि मेरे लिए चुनाव जीतना मुश्किल है। मैंने भी कह दिया जो होगा सो होगा।
पीएम ने कहा कि, जिस दिन चुनाव का रिजल्ट आया उस दिन मैं मुख्यमंत्री आवास पर अपने कमरे में था। तो उस दौरान मेरे पास कई फोन आए लेकिन मैंने कोई फोन नहीं उठाया। इसके बाद दोपहर 1 या 1:30 बजते ही आवास के बाहर डोर बेल बजने लगे। इसके बाद मैंने किसी को बुलाया और वो मेरे पास चिट्ठी लेकर आया कि बाहर पार्टी वर्कर आए हुए हैं और आपको बधाई देना चाहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि, तब मैंने पहली बार दोपहर 1 या 1:30 बजे जाना कि क्या रिजल्ट आया है।